08
May

आसमान छूने के ख्वाब, ख्वाब बनकर ही रह गए! क्या करें बताओ?

सीढ़ियां चढ़ती गई, धरती से दूर होती गईl आसमान छूने के ख्वाब, ख्वाब बनकर ही रह गए! क्या करें बताओ?