10
Dec
सन्नाटा और शांतिl दोनों में दोस्ती है कि दुश्मनी! कोई बताएगा मुझे?
सन्नाटा और शांतिl दोनों में दोस्ती है कि दुश्मनी! कोई बताएगा मुझे?
सन्नाटा और शांतिl दोनों में दोस्ती है कि दुश्मनी! कोई बताएगा मुझे?
कम से कम तुम्हें तुम तो हंसाया ही करोl क्योंकि , रुलाने वाले हर मोड़ पर मिल जाएंगे तुम्हें!
चलो फिर से एक बार हंस लेते हैं दिल खोलकर! वजह बाद में ढूंढ लेंगे!
अंधेरे में अंधेरे के सिवा कोई साथ नहीं चलताl – परछाई भी नहीं!
कुछ मत करो, बस रोशन कर डालो मुल्क का नाम! फिर से एक बार! एक ही बार, कम से कम!
झंडा ऊंचा रहे हमारा, सर भी ऊंचा रहे हमारा! रोशन हो मुल्क का नाम! – दुआ है यही, तमन्ना भी!
सिर्फ खुदाई का हिस्सा ही नहीं , खुद को हम खुदा के बेखुदी का एक नतीजा मानते हैं! खुदा की कसम!
मोहब्बत का नजारा नजर में आया है नजरों में तुम्हारे, और कोई नजराना नहीं चाहिए जिंदगी से मुझे!
ना बिनती करूंगी, ना गिनती करूंगी – इतना समझ लेना!